मूँदी के बारे में
मूँदी भारत के मध्य प्रदेश राज्य के खंडवा ज़िले में स्थित एक नगर है।
विवरण
मूँदी समुद्र तल से 900 मीटर की ऊंचाई पर है। यह शहर नर्मदा घाटी के पास बसा है।यह शहर खंडावा ज़िले के उत्तरी भाग में स्थित है।यह शहर का आकार पूर्व मे अंगूठी या गोला आकार मे बसा होने के कारण इसका नाम मुंदड़ी से मूंदी रखा गया था।यह शहर अतिप्राचीन काल से बसा हुआ है मान्यताओ अनुसार यहाँ पर महाभारत काल के समय पांडव यहॉ आए थे एवं उन्होने यहां पर लोटेश्वर एवं कोटेश्वर मंदिर की स्थापना की थी।इसी काल के एक और ऐतिहासिक मॉ रेणुका धाम भी है जो यह सिद्ध करता है की यह शहर काफी पुराना है।यह वही क्षेत्र है जहाँ संत सिगांजी ने अपनी समाधि ली थी एवं उनके शिष्यो की भी समाधि यही स्थापित है।इस शहर के नजदीक ही राजा हरसवर्धन के द्वारा बसाया गया था हरसूद जो की अब इंदिरा सागर परियोजना बांध मे डूब गया है।यहां अनेक प्राचीन मुर्तियाँ एवं स्थान आज भी मौजूद है जो की इस शहर के पुरातनता को सवारे हुए हैं।मडी,गडी,रेणुका धाम, कोटेश्वर एवं लोटेश्वर मंदिर यहां की पुरातन धरोहर है।
ऐतिहासिक तथ्य
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार मूँदी शहर का नाम मुन्द्री {गोल आकर या अंगुठी} पर रखा था. मान्यतानुसार पांडवो ने यहा पर लोटॆश्वर व कोतेश्वर मंदिर बनवाया था जो की माँ रॆणुका माता मंदिर के पास स्थित है अतः मूँदी मान्यता अनुसार हजारों वर्ष पुराना है। 12वीं शताब्दी में यह नगर जैन मत का महत्त्वपूर्ण स्थान था। यह नगर पुरातन नगर है, यहाँ पाये जाने वाले अवशेषों से यह सिद्ध होता है| यह पर जैन मुर्तियाँ भी पायी गयी थी।
नाम व्युत्पत्ति
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार मूँदी शहर गोलाकार अर्थात् मुन्द्री के आकर में बसा हुआ था जिसके कारण ही इस शहर का नाम मुन्द्री {गोल आकर या अंगुठी} पर रखा मूंदी रखा गया।
आधुनिक नगर
1985 में इसे नगर परिषद बना दिया गया। यह शहर उत्तर-पश्चिमी मे ओंकारेश्वर , सनावद, बड़वाह पूर्व मे छनेरा व दक्षिण मे खंडवाशहर से जुड़ा हुआ है।
अर्थव्यवस्था
मूंदी सामान और सेवाओं के लिए क्षेत्र में विशेष वाणिज्यिक केंद्र है। मूंदी शहर की स्थानीय अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और व्यापार पर आधारित है। आसपास के क्षेत्र की मुख्य फसल गेहूं, कपास और सोयाबीन हैं।मूंदी शहर के नजदीक बीड़ ग्राम मे कपास उपमण्डी मनाई गई है जिसका संचालन मूंदी, उपज मंडी से होता है। इसके अलावा 2010 मे मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटीग कंपनी द्वारा मूंदी क्षेत्र में संत सिगांजी पॉवर प्लांट स्थापित किया है जिससे यहां का व्यापार व रोजगार बढ़ा है।एवं निरंतर उन्नती विकास बढ़ रहा है आने वाले समय मे यहां सिमेंट प्लांट स्थापित होना प्रस्तावित है। मूंदी शहर मे इंडस्ट्रिस् मे जिनिंग फेक्ट्री, आईल मिल, खल्ली-कपास फेक्ट्री मौजूद हैं। एवं पर्यटन स्थल के तौर पर पर्यटको को यहां पर हनुवंतिया वाटर स्पोर्ट् , संत सिंगाजी धाम, एवं रेणुका मंदिर, कोटेश्वर मंदीर, लोटेश्वर मंदिर स्थापित है जिससे भी रोजगार व व्यापार का यह केन्द्र मना हुआ है।
जनसंख्या
मूँदी नगर पंचायत की जनसंख्या 12,889 है, जिसमें से 6,653 पुरुष हैं जबकि 6,236 महिलाएं हैं, जैसा कि जनगणना भारत 2011 द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार है।
2025 में नगर पंचायत की वर्तमान अनुमानित जनसंख्या लगभग 18,700 है।